करेरा अनु विभाग से 14 पटवारियों के हुए स्थानांतरण में 13 को किया कार्यमुक्त, एक पर मेहरबानी क्यों ? ट्रांसफर के बाद भी अमोल पठा हल्का दिए...
करेरा अनु विभाग से 14 पटवारियों के हुए स्थानांतरण में 13 को किया कार्यमुक्त, एक पर मेहरबानी क्यों ?
ट्रांसफर के बाद भी अमोल पठा हल्का दिए जाने की सुगबुगाहट
करेरा/ पिछले अक्टूबर माह में जिला कलेक्टर द्वारा किए गए स्थानांतरण में करेरा अनु विभाग के 14 पटवारियों के स्थानांतरण किए गए, जिनमें से 13 को कार्यमुक्त कर नवीन पदस्थापना स्थल पर पदस्थ कर दिया गया। परंतु एक महिला पटवारी जो पिछले समय करेरा तहसील के सिलानगर हलके पर पदस्थ थी, उसको आखिर कार्यमुक्त क्यों नहीं किया जा रहा है?? जबकि सिलानगर के सरपंच सहित अनेक ग्रामीणों ने उक्त महिला पटवारी की अनेक शिकायतें की थी,उनमें से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत प्रमुख है। इसके उपरांत प्रभारी मंत्री ने उक्त महिला का स्थानांतरण करेरा से पिछोर तहसील कर दिया था। परंतु उक्त महिला पटवारी पर आखिर ऐसा क्या कृपा हो गई है कि करेरा अनुविभाग से कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है। बल्कि उसको अमोलपठा जैसा बड़ा हल्का दिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार तहसील में इन दिनों भारी सुगबुगाहट है कि उक्त महिला ने अपने धन बल की जोर से अपना स्थानांतरण होने के बाद भी कार्यमुक्त नहीं होना एवं उसके बावजूद भी बड़े हल्के को लेने प्रयासरत है। उक्त महिला पटवारी का पति पूरा कार्य करता है वह लेनदेन भी करता है जिससे ग्रामीण जन उसकी शिकायतें भी नहीं कर पाते हैं। वह कहता है कि मैं तो प्राइवेट हूं मेरा कोई क्या बिगाड़ लेगा। जबकि एक राजस्व अधिकारी का वाहन चला कर वसूली में भी मदद करता है। सिलानगर ग्राम के अतिरिक्त ग्राम अमोल पठा के ग्रामीणों ने भी जिला कलेक्टर से उक्त महिला को तत्काल कार्यमुक्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि यदि उक्त महिला पटवारी सिलानगर में किसानों के कार्य नहीं कर सकी तो हम अमोलपठा जैसे बड़े ग्राम में वह क्या सेवा कर पाएगी ।अमोलपठा हलके पर कोई पुरुष पटवारी जो यहां निवास कर सके। उसी की पदस्थापना की जावे। जिससे यहां के सभी कार्य सुचारू ढंग से हो सके एवं शासन द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन भी हो सके। उक्त महिला पटवारी का ट्रांसफर 4 अक्टूबर 2022 को किया गया था, जिसका सूची में 64 नंबर पर नाम अंकित है।
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