अघोषित पार्किंग का जिम्मेदार कौन? इससे प्राप्त राजस्व का हकदार कौन? शिवपुरी /जी हम बात कर रहे हैं शिवपुरी जिला अस्पताल के सामने खाली पड़ी जग...
अघोषित पार्किंग का जिम्मेदार कौन?
इससे प्राप्त राजस्व का हकदार कौन?
शिवपुरी /जी हम बात कर रहे हैं शिवपुरी जिला अस्पताल के सामने खाली पड़ी जगह की जिसे गुजरे कुछ दिनों से वाहन पार्किंग बना दिया गया, ये चमत्कारिक कार्य हुआ है, अस्पताल प्रबन्धन, स्थानीय नगरपालिका, एवम पुलिस प्रशासन की मदद से।
इसमें पुलिस और अस्पताल प्रबन्धन का तर्क है कि, कई दिनों से अस्पताल प्रांगण एवम इसके आस- पास से वाहन चोरी की शिकायतें आ रही हैं जिसे रोकने का यह एक छोटा प्रयास है, पर इस छोटे से प्रयास में उस गरीब का मरना है जो अस्पताल की पार्किंग के 5/-रुपए बचाने की उधेड़बुन में अस्पताल के बाहर गाड़ी खड़ी करता है।
अब उसे इसका दंड 10/- के रूप में चुकाना पड़ेगा।
चलो मान भी लें कि इस शुल्क से उस गरीब का हित है, कि कम से कम वाहन पार्किंग की वजह से चोरी की संभावनाएं खत्म हो सकती हैं!
पर इससे प्राप्त राजस्व में किसका हित साधेगा?
जो अपने आप में एक सवाल खड़े करता है।
क्यों कि हितग्राहक की भी कोई छोटी कमाई नहीं बल्कि प्रतिदिन एक अच्छी रकम मिल रही है, न जानें कितनो के हित सधेंगे।
एक मोटा मोटी अमाउंट को हम लेकर चलें तो,
प्रतिदिन लगभग 500 वाहन पार्क होते हैं (जो सबसे कम आंकड़ा) है जिसे हम 10/- रुपए से मल्टीपिलाई करेगें तो हम पाएंगे कि यह रकम सालभर में लगभग 18,00000 (अठारह लाख रुपए सालाना आय) बनती है, जो एक बड़ी रकम है।
जिस पर कोई घोषित ठेकेदार नहीं है। क्योंकि प्रशासन ने अभी टेंडर या अन्य प्रकिया के तहत उस जगह का कोई जिम्मेदार नियुक्त नहीं किया है, जो शासन का राजस्व निर्धारित करे।
तो बडा सवाल यह कि,
उस जगह के लिए शासन के द्वारा नियुक्त जिम्मेदार कौन?
उससे प्राप्त राजस्व का असली हकदार कौन?
(लेखक)
वीरेन्द्र "चर्चित"
"चर्चित की चर्चा"
No comments