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मुक्तिधाम के जीर्णोद्धार पर खर्च किए दो लाख रुपए

  मुक्तिधाम के जीर्णोद्धार पर खर्च किए दो लाख रुपए  कोलारस - आमतौर पर लोग पूर्वजों की स्मृति में कहीं मंदिरों में दान करते हैं तो कहीं वृद्ध...

 मुक्तिधाम के जीर्णोद्धार पर खर्च किए दो लाख रुपए 


कोलारस - आमतौर पर लोग पूर्वजों की स्मृति में कहीं मंदिरों में दान करते हैं तो कहीं वृद्धों को खाना खिलाते हैं लेकिन कोलारस नगर के एक परिवार के बेटों ने पिता की स्मृति में मुक्तिधाम में कुछ नया कार्य करने का बीड़ा उठाया और बिना जनसहयोग के करीब दो लाख रुपए खर्च किए हैं। पिता की स्मृति में कराया गया यह काम सामाजिक सरोकार से जुड़ा आदर्श उदाहरण बना गया है। कोलारस निवासी स्व. श्री कोमल प्रसाद श्रीवास्तव राजगढ़ वालों के देवलोक गमन के बाद उनके पुत्रों के मन में विचार आया कि पिता कि याद में कोई ऐसा कार्य किया जाए जिससे कोई परमार्थ हो सके।ऐसे में उनहोने कोलारस भड़ौता रोड स्थित मुक्तिधाम में 51000 रूपए कि राशी से कार्य कराने का फैसला लिया था लेकिन जैसे ही टीनशैड का विचार मन में आया तो उन्होने करीब 2 लाख रूपए इस पुण्य कार्य में खर्च कर दिये। इस कार्य में पूरे सीसी पिलर्स के साथ चबूतरे का निर्माण कराया गया जिसे टीन शैड के साथ दो संस्कार करने हेतु व्यवस्थित किया गया हैं। साथ ही सुविधा के लिए चबूतरे पर लोहे के गाटर भी लगाए गए है जिससे सुविधापूर्वक से अंतिम संस्कार किया जा सके और लकड़ियां भी कम लगें।









बाॅक्स - 

मन में विचार आया और लग गए काम में - संजय श्रीवास्तव

संजय श्रीवास्तव ने बताया कि मन में ऐसा विचार आया कि अपने पिता की स्मृति में ऐसा कुछ काम किया जाए कि जिसमें कुछ सार्थकता हो। पहले उनके मन में नगर के भड़ोता रोड स्थित मुक्तिधाम में 51 हजार रूपए कि राशी देने का विचार आया बाद में जब मुक्तिधाम में अतिरिक्त चबूतरा निर्माण कि बात पता लगी तो उन्होने यह कार्य कराने कि ठानी और मुक्तिधाम में एक अंतिम संस्कार स्थल का निर्माण कराया जिसे पूरे सीसी पिलर्स के साथ चबूतरे के शैड में दो संस्कार करने हेतु व्यवस्थित किया गया हैं। इसीलिए उन्होंने करीब दो लाख से अधिक राशि खर्च कर एक नये अंतिम संस्कार शैड का निर्माण कराया है। पिताजी की पुण्य स्मृति मैं किए गए इस कार्य से उनके परिजन बेहद खुश हैं।

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