शिवपुरी- किसानों के लिए कृषक हित में संचालित कृषि उपज मण्डी समिति ग्राम पिपरसमां के द्वारा शासन के निर्देशों और कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ए...
शिवपुरी-किसानों के लिए कृषक हित में संचालित कृषि उपज मण्डी समिति ग्राम पिपरसमां के द्वारा शासन के निर्देशों और कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह एवं भार साधक अधिकारी (एसडीएम)गणेश जायसवाल के मार्गदर्शन में मण्डी सचिव हरेन्द्र सिंह राठौड़ की कुशल रणनीति के तहत एक वर्ष में ही मण्डी के राजस्व आय में मण्डी प्रबंधन के प्रयासों से 117 प्रतिशत राजस्व आय की वृद्धि की गई है।
इसके अलावा मण्डी सचिव श्री राठौड़ की पदस्थापना के बाद से लेकर अब तक पूर्व कर्मचारियों का शेष बकाया वेतन सहित मण्डी शुल्क वसूली पर भी रोक लगाने का अनुकरणीय कार्य किया गया और विगत वर्ष की तुलना में आय रूपये 15427318 की अपेक्षा इस वर्ष आय रूपये 33531554 की वसूली कर 117 प्रतिशत राजस्व आय में वृद्धि की गई। साथ ही कर्मचारियों का रूका हुआ दो माह का वेतन एवं 40 प्रकरण बनाए जाकर पंाच गुना मण्डी शुल्क के रूप में 10620265 वसूल की गई। मण्डी सचिव हरेन्द्र राठौड़ ने बताया कि मण्डी शुल्क की वसूली में कोई चोरी नहीं की हो रही है साथ अवैध वसूली पर भी रोक लगाने में मण्डी प्रबंधन कामयाब रहा है।
इस दौरान वर्ष भर में मण्डी राजस्य आय एवं कर्मचारियों के वेतन सहित विभिन्न प्रकरण बनाकर वसूली करने के मामले में संयुक्त संचालक, म.प्र.राज्य कृषि विपणन बोर्ड, ग्वालियर के द्वारा शिवपुरी कृषि उपज मण्डी निरीक्षण के दौरान आय-आवक वृद्धि का प्रशंसा पत्र भी प्रदान किया गया।
इस तरह हुई राजस्व आय में वृद्धि, बनाए 40 प्रकरण, 5 गुना वसूला मंडी शुल्क
मण्डी सचिव हरेन्द्र सिंह राठौड़ के अनुसार राजस्व आय वृद्धि को लेकर की गई कार्यवाही के संबंध में बताया कि जिसमें पांच प्रकरण बनाए गए है इसमें नवम्बर 2021 में कुल 14 प्रकरण बनाए और मण्डी शुल्क 294933, समझौता शुल्क 21500, निराश्रित शुल्क 7488, 255 क्विंटल आवक हुई, इसके साथ ही दिसम्बर में 5 प्रकरण बनाए जिसमें मण्डी शुल्क 250213, समझौता शुल्क 14000, निराश्रित शुल्क 6672, 693 क्विंटल आवक हुई, जनवरी 2022 में 7 प्रकरण बनाए जिसमें मंडी शुल्क 246870, समझौता शुल्क 15500, निराश्रित शुल्क 3883, 586 क्विंटल आवक हुई, फरवरी 2022 में 4 प्रकरण बनाए जाकर मंडी शुल्क 17422, समझौता शुल्क 2500, निराश्रित शुल्क 465, 74.80 क्विंटल आवक हुई, मार्च में 4 प्रकरण बनाए मंडी शुल्क 228766, समझौता शुल्क 9000, निराश्रित शुल्क 6130, 672 क्विंटल आवक हुई।
मण्डी सचिव हरेन्द्र सिंह राठौड़ के अनुसार राजस्व आय वृद्धि को लेकर की गई कार्यवाही के संबंध में बताया कि जिसमें पांच प्रकरण बनाए गए है इसमें नवम्बर 2021 में कुल 14 प्रकरण बनाए और मण्डी शुल्क 294933, समझौता शुल्क 21500, निराश्रित शुल्क 7488, 255 क्विंटल आवक हुई, इसके साथ ही दिसम्बर में 5 प्रकरण बनाए जिसमें मण्डी शुल्क 250213, समझौता शुल्क 14000, निराश्रित शुल्क 6672, 693 क्विंटल आवक हुई, जनवरी 2022 में 7 प्रकरण बनाए जिसमें मंडी शुल्क 246870, समझौता शुल्क 15500, निराश्रित शुल्क 3883, 586 क्विंटल आवक हुई, फरवरी 2022 में 4 प्रकरण बनाए जाकर मंडी शुल्क 17422, समझौता शुल्क 2500, निराश्रित शुल्क 465, 74.80 क्विंटल आवक हुई, मार्च में 4 प्रकरण बनाए मंडी शुल्क 228766, समझौता शुल्क 9000, निराश्रित शुल्क 6130, 672 क्विंटल आवक हुई।
इस तरह कुल 34 प्रकरण बनाए जाकर मंडी शुल्क 1038204, समझौता शुल्क 62500, निराश्रित शुल्क 24638 और 2206 क्विंटल आवक में यह कार्यवाही की गई। इसके साथ ही पांच गुना प्रकरण बनाए जाने को लेकर मई 2022 में 2 प्रकरण बनाए मंडी शुल्क 111530, समझौता शुल्क 9000, निराश्रित शुल्क 2974, 508 क्विंटल आवक में, अगस्त 2022 में 1 प्रकरण बनाया जाकर मंडी शुल्क 52229, समझौता शुल्क 5000, निराश्रित शुल्क 1393, 309 आवक क्विंटल में वसूली की गई। इस तरह कुल 3 प्रकरण पांच गुना बनाया जाकर मंडी शुल्क में 163759, समझौता शुल्क 14000, निराश्रित शुल्क 4367, कुल 817 क्विंटल आवक में वसूली की गई।
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