करेरा तहसील बना भ्रष्टाचार का अड्डा, तहसीलदार की आते ही हर प्रमाण पत्र की लगने लगी सुविधा शुल्क, करेरा/अनु विभाग करेरा की तहसील करेरा इन ...
करेरा तहसील बना भ्रष्टाचार का अड्डा, तहसीलदार की आते ही हर प्रमाण पत्र की लगने लगी सुविधा शुल्क,
करेरा/अनु विभाग करेरा की तहसील करेरा इन दिनों काफी चर्चा में है नए प्रभारी तहसीलदार के आते ही करेरा में दुकानें खुल गई हैं चाहे वह नामांतरण कराना हो जाति प्रमाण पत्र ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र हर प्रमाण पत्र का सुविधा शुल्क तय हो गया है पटवारी सीमांकन बाटांकन,नामांतरण की वसूली करने लगे हुए हैं ।जानकारी तो यहां तक है कि तहसीलदार ने कहा है कि मैं केवल पटवारियों से ही लेनदेन करूंगा और किसी से कोई लेन-देन नहीं करूंगा इससे यहां के अभिभाषक व अन्य तहसील से जुड़े लोग काफी खफा है तहसील करेरा इन दिनों भ्रष्टाचार की चरम सीमा पर है ।जिला कलेक्टर महोदय तहसील करेरा की व्यवस्थाएं देखें ।यहां ऑनलाइन लोक सेवा केंद्र में लगाए गए आवेदन सभी निरस्त किए जा रहे हैं, यदि सुविधा शुल्क दे दिया तभी काम हो पा रहा है। यहां के राजस्व अधिकारी बेलगाम हो गए हैं।
करेरा के प्रभारी तहसील द्वारा पदभार ग्रहण करने के पश्चात ही ताबड़तोड़ निरीक्षण की कार्रवाई की गई जिसमें कई कंट्रोल, छात्रावास सहित विद्यालयों के निरीक्षण किए गए।आखिर निरीक्षण करने के पश्चात किस पर क्या कार्रवाई हुई ।यह आज तक पता नहीं चल सका, क्योंकि निरीक्षण करते ही सेटलमेंट करवा दिया गया है।जब इनको गांव-गांव में भ्रष्टाचार नजर आ रहा है तो तहसील का भ्रष्टाचार इनको क्यों नजर नहीं आ रहा है। जहां बिना सुविधा शुल्क के कोई कार्य नहीं होता। जाति प्रमाण पत्र वाले बाबू ने भी प्रमाण पत्र बनाने के लिए मना कर दिया और कहा कि बिना सुविधा शुल्क के कोई प्रमाण पत्र नहीं बनाया जाएगा तो उनको यह भ्रष्टाचार नजर क्यों नहीं आ रहा है।
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