खेती के लिए पानी नहीं पहुंचने पर किसानों का हल्ला बोल। 27 करोड़ की नहर फूटी, विरोध में किसान भूख हड़ताल पर। 5 साल से नहर की मरम्मत न होने...
खेती के लिए पानी नहीं पहुंचने पर किसानों का हल्ला बोल।
27 करोड़ की नहर फूटी, विरोध में किसान भूख हड़ताल पर।
5 साल से नहर की मरम्मत न होने से नाराज किसान भूख हड़ताल पर बैठे। क्षेत्र में 3-3 मंत्री होने के बावजूद भी बैराड़ क्षेत्र के किसान भूख हड़ताल पर।
बैराड़। बैराड़ तहसील क्षेत्र में स्थिति पचीपुरा सिंचाई तालाब परियोजना से निकली क्षतिग्रस्त नहर ना सुधार आने के कारण अब किसानों की गेहूं की वोहनी नहीं होने से और सब्जी,भाजी,चना,सरसों की फसल सूखने लगी है विभाग के जिम्मेदार अधिकारी नहर को दुरस्त कराने के नाम पर सिर्फ बजट ठिकाने लगाने में लगे हुए हैं 2 गांव के सैकड़ों किसान कई बार कलेक्टर सहित सिंचाई विभाग के अधिकारियों एसडीएम तहसीलदार और क्षेत्रीय मंत्री सुरेश धाकड़ राठखेड़ा से गुहार लगा चुके हैं जबकि किसानों की किसी ने नहीं सुनी।
27 करोड़ की बार बार नहर फूटने से आक्रोश किसान भूख हड़ताल पर बैराड तहसील कार्यालय के सामने वमनपुरा और गोदोलीपुरा गांव के बैठे किसान 5 साल पहले बनाई गई थी पचीपुरा तालाब की नहर अब जगह-जगह फूटी। गांव और खेत तक पानी नहीं पहुंचने से जमीन में बोनी नहीं कर सके किसान जिन्होंने बोनी की उनकी भी फसल सूख रही है।
वीडियो- सूखे पड़े खेतों की।
वीडियो- सुखी पड़ी नहर।
बाइट- खेरु परिहार किसान।
बाइट- श्रीमती बैजयती बाई किसान।
बाइट- रवि रावत भूख हड़ताल पर बैठा किसान।
बाइट-पातीराम कुशवाह किसान।
बाइट-डिगेद्र रावत भूख हड़ताल पर बैठा कि
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