Pरेडक्रास सोसाईटी ने जेल में कैदियों को कब्बल बांटे अंहकार एवं क्षणिक क्रोध जीवन को रास्ते से भटकता है --एसडीएम श्रीवास्तव कोलारस / रेडक...
Pरेडक्रास सोसाईटी ने जेल में कैदियों को कब्बल बांटे
अंहकार एवं क्षणिक क्रोध जीवन को रास्ते से भटकता है --एसडीएम श्रीवास्तव
कोलारस / रेडक्रास सोसाइटी के अघ्यक्ष एवं एसड़ी एम ब्रजविहारी श्रीवास्तव के निर्देशन में जेल में रेडक्रास सचिव वी० के० गोयल जेलअधिकारी फईम खान रेडक्रास सदस्य ओ० पी० भार्गव सुरेश जैन सुनील गुप्ता मौजुद थे । सदस्यों ने साठ कब्बलों का वितरण किया ।
रेडक्रास सोसाइटी के अध्यक्ष ब्रजविहारी श्रीवास्तव ने कैदियों के मार्ग दर्शन भी दिया उन्होने कहॉ मनुष्य का अहंकार एव क्षणिक क्रोध जीवन को गर्त में ले जाता है । क्रोध मनुष्य के लिऐ हानिकारक है । सनकी मनुष्य को अधिक क्रोध आता है इसमें बोझ झेलने की क्षमता का साहस धेर्य नहीं होता । क्रोध में इंसान की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है जिसके फलस्वरूप उसे यह ध्यान रहता कि वह क्या बोल रहॉ है । क्रोध में कई बार तो क्रोध होता भी ऐसा कि दूसरे ने गल्ती भी नही होती बस गलत फहमी की वजह से शंक हो जाता है और गुस्सा में इंसान अपने करीबी को भी ऐसी -ऐसी बाते कह देता है जो वह सोचता भी न हो। मनुष्य को सहनसील ,धैर्य एव मधुर भाषा बोलने की आदत डालों जीवन सार्थक हो जावेगा ।
क्रोध मनुष्य का मानसिक विकार -गोयल
रेंडक्रास संचिव वी० के० गोयल ने जेल कैदियों को मार्ग दर्शन देते हुये कहॉ क्रोध मनुष्य का मानसिक विकार है क्रोध एक ऐसी वीमारी है जो मनुष्य को अक्सर निंदा का पात्र वना देती है क्रोध किसी भी व्यक्ति का स्वाभाव नही है । यह एक अर्जित विकार है । मनुष्य शांत एवं सहज रहने मे जो आंनद एव सुख है वह अशांत रहने में नहीं 'क्रोध में मनुष्य अंधा हो जाता हैं जिसका भोग -भोगना पड़ता है ।
आप सव लोग प्रेम से २हकर अपना समय निकाले : ओ० पी०
रेडक्रास सदस्य ओ०पी० भार्गव ने कैदियों से कहॉ प्रेम एवं मिल जुलकर अच्छे कार्य कर प्रभु स्मरण कर .अपना समय निकालों क्यों कि एक मिनिट का क्रोध 45मिनिट तक कार्य करने की ऊर्जा को नष्ट कर देता है । क्रोध पर संयम रखे जीवन सार्थक हो जाएगा
कार्वक्रम के अंत जेल अधिकारी फईम खान ने एसड़ी एम श्रीवास्तव एव रेडक्रास के सदस्यों का आभार व्यक्त किया । इस मौके पर जेल विभाग के कर्मचारी भी शामिल थे ।
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