शिवपुरी । नौकरी के नाम पर महिला तहसीलदार ने ₹300000 लिए है मामले का खुलासा तब हुआ जब एक महिला जिलाधीश के पास शिकायत करने के लिए पहुंची फिल...
शिवपुरी। नौकरी के नाम पर महिला तहसीलदार ने ₹300000 लिए है मामले का खुलासा तब हुआ जब एक महिला जिलाधीश के पास शिकायत करने के लिए पहुंची फिलहाल जिलाधीश ने मामला संज्ञान में लेकर कार्रवाई कर आश्वासन की बात कही है शुक्रवार को कलेक्टर के पास आई एक महिला ने जब कलेक्टर से कहा कि मेरे बेटे की नौकरी के नाम पर ठगी हो गई है। और यह ठगी किसी आम आदमी ने नहीं बल्कि महिला तहसीलदार ने की है तो वह सोच में पड गए। तत्काल कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को समझा और महिला से मामले की जांच कराने की बात कही।जानकारी के अनुसार बैराड़ की रहने वाली महिला नारानी रजक ने कलेक्टर को शिकायत करते हुए बताया कि 1 साल पहले तहसीलदार बैराड़ की प्रतिज्ञा ढेमुला ने दोनों बच्चों की अनाज मंडी में नौकरी ने के नाम पर 3 लाख की मांग की थी। जिसके चलते उसने व्याज से पैसे उठाकर तहसीलदार को दिए। उसके बाद दोनों बच्चों की नौकरी मंडी में लगबा दी। दोनों दो माह तक तो मंडी में नौकरी करते रहे। परंतु दो माह बाद उन्हें यह कहकर नौकरी से निकाल दिया कि यह नौकरी सरकारी नहीं प्रायवेट है।
पीडिता महिला ने आरोप लगाते हुए बताया है कि जब उसे पता चला कि यह नौकरी प्रायवेट है तो तत्काल उन्होंने तहसीलदार प्रतिज्ञा डेंकुला से बात की। जिसपर उन्होंने आश्वासन दिया कि वह पैसे बापस करा देगी। लेकिन आज तक उसने पैसे बापस नही कराए। जिसके चलते महिला ने इस मामले की शिकायत कलेक्टर अक्षय कुमार सिंंह से की। कलेक्टर ने मामले की जांच के बाद कार्यवाही की बात कही है। जब इस संबंध में तहसीलदार प्रतिज्ञा डेंगूला का पक्ष जानने के लिए उनके नंबर पर संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीब नहीं किया।
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