खुशियो की दास्ता स्वसहायता समूह के सहयोग से मिली पिकअप, अब बढेगी आय श्योपुर /एनआरएलएम अंतर्गत संचालित स्वसहायता समूह की महिलाएं समूह से जुड...
खुशियो की दास्ता
स्वसहायता समूह के सहयोग से मिली पिकअप, अब बढेगी आय
श्योपुर /एनआरएलएम अंतर्गत संचालित स्वसहायता समूह की महिलाएं समूह से जुडकर न केवल सामाजिक रूप से सशक्त हुई है, बल्कि आर्थिक रूप से भी उनकी स्थिति में निरंतर सुधार परिलक्षित हो रहा है। समूह से जुडने के बाद महिलाएं जहां पहले परिवार पर निर्भर थी, वही अब महिलाएं छोटी-छोटी बचत कर और सरकारी मदद से परिवार को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में अपना योगदान दे रही है।
ऐसी ही एक कहानी आदिवासी अंचल कराहल के ग्राम मेहरवानी की है। जहां समूह से जुडी सास और बहु ने बैंक द्वारा प्राप्त सीसीएल की राशि से पिकअप वाहन खरीदकर अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में कार्य किया है। ग्राम मेहरवानी निवासी महिला श्रीमती दखो बाई एवं श्रीमती मनभर बाई आपस में सास-बहु है तथा एक साथ संयुक्त परिवार में रहती है और एनआरएलएम के भोले बाबा स्वसहायता समूह से काफी दिनो से जुडी हुई है। परिवार की माली हालत कमजोर होने के बाद भी छोटी-छोटी साप्ताहिक बचत कर उन्होंने पहले अपने समूह को सशक्त बनाया, नियमित रूप से साप्ताहिक बैठक में बचत एवं छोटी-मोटी इंटरलोनिंग के माध्यम से अपने समूह की पूजी को बढाया। रिवालविंग फंड एवं सीआईएफ की सरकारी मदद से समूह को आर्थिक रूप से ओर समृद्ध किया। इसके उपरांत बैंक से सीएलएल के रूप में 5 लाख रूपये की राशि का ऋण प्राप्त किया गया। इस राशि में से 3 लाख रूपये की राशि लेकर तथा कुछ अपने पास से मिलाकर दोनो महिलाओं ने पिकअप वाहन खरीदकर अपने पुत्र और पति श्री मंगल
जाटव को दिया। जिसे वे लोडिंग वाहन के रूप में चला रहा है तथा परिवार की आय बढाने के लिए कार्य कर रहा है। पिकअप लोडिंग वाहन से उक्त महिलाओं के परिवार के एक सदस्य को आजीविका का साधन उपलब्ध हुआ है, जिससे परिवार को आर्थिक रूप से मदद मिलेगी। वही इस क्षेत्र के ग्रामीणों को लोडिंग वाहन की सुविधा मिलने से सामान लाने एवं ले जाने में आसानी हुई है।
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