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श्रीमती रजनी बित्तल ने मुर्गा फार्म खोलकर बनी स्वावलम्बी

  ( खुशियों की दास्ताँ)    श्रीमती रजनी बित्तल ने मुर्गा फार्म खोलकर बनी स्वावलम्बी  मुरैना/जौरा विकासखण्ड के ग्राम सांकरा निवासी श्रीमती रज...

 

(खुशियों की दास्ताँ)   

श्रीमती रजनी बित्तल ने मुर्गा फार्म खोलकर बनी स्वावलम्बी 

मुरैना/जौरा विकासखण्ड के ग्राम सांकरा निवासी श्रीमती रजनी बित्तल पत्नि साहब सिंह श्री ने सरस्वती आजीविका स्व-सहायता समूह खोलकर अपने परिवार के पुराने कार्य को छोड़कर अब एक नई राह पकड़कर आत्मनिर्भर बन रही है। 

श्रीमती रजनी बित्तल बताती है कि पुस्तेनी जमीन थोड़ी बहुत थी, जिसमें खेती, किसानी मैं और मेरे पति करते थे। पूरे वर्षभर उस फसल का इंतजार करते थे, तभी घर-गृहस्थी चलती थी। कभी-कभी तो फसल पर विपत्ती यानी वर्षा, ओलावृष्टि या अचानक आग लगने से फसल चौपट हो जाती थी तो उस समय किसी साहूकार से कर्ज लेकर पूरी साल का खर्च चलाना पड़ता था। पति भी कभी-कभी भूसा भरने वाले बारदाने का काम भी कर लेते थे। वर्ष 2018 में आजीविका मिशन के माध्यम से समूह में जुड़ने से पहले मेरी स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। मुझे शासन और प्रशासन की महिला विकास की योजनाओं का थोड़ा सा भी ज्ञान नहीं था। लेकिन जैसे ही वर्ष 2018 में मैंने आजीविका मिशन के माध्यम से अपना एक समूह बनाया, जिसका नाम सरस्वती आजीविका रखा। हमारे समूह के सदस्यों ने प्रति सप्ताह प्रति सदस्य 20 रूपये की राशि बचत करना शुरू किया। हमारे पास लगभग 1 वर्ष में 14 हजार रूपये की बचत हुई। मिशन द्वारा चक्रीय कोष की राशि 15 हजार रूपये, बैंक से ऋण 1 लाख रूपये कुल 1 लाख 29 हजार रूपये की राशि में से मेरे द्वारा समूह से 1 लाख रूपये की राशि 6 माह के लिये ऋण के रूप में ली थी। प्राप्त राशि में से मैंने अपना 50 हजार रूपये मिलाकर 1 मुर्गा फार्म डाला, जिसमें 12 हजार 500 के चूजे एच.एच. प्रजाती के खरीदे और उनका दाना पानी 60 हजार रूपये का खरीदा एवं अन्य व्यवस्था बिजली आदि प्रबंध किया। इस कार्य में मेरी कुल राशि 72 हजार 500 खर्च किये। कुल ही माह उपरांत मुझे इस व्यवसाय से शुद्ध लाभ 30 हजार प्राप्त हुआ। मैं आज और अधिक मेहनत से इस कार्य को रही हूं। अधिक से अधिक लाभ कमा रहीं हूं। इसी के साथ में समूह की अन्य महिलायें को भी आजीविका गतिविधियां ऑटो, रिक्सा, किराना दुकान, पशु पालन, उन्नत कृषि आदि कार्यो के लिये प्रेरित करती हूं। इसके लिये मैं मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन का आभार व्यक्त करती हूं, जिसने मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया। 

क्र. 228/श्रीमती रजनी बित्तल मोबा. नं. 8103693950  

डी.डी.शाक्यवार

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