( खुशियों की दास्ताँ) श्री सोनेराम यादव पशुपालन करके बने आत्मनिर्भर मुरैना /कैलारस विकासखण्ड के ग्राम सुजर्मा निवासी श्री सोनेराम पु...
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खुशियों की दास्ताँ)
श्री सोनेराम यादव पशुपालन करके बने आत्मनिर्भर
मुरैना /कैलारस विकासखण्ड के ग्राम सुजर्मा निवासी श्री सोनेराम पुत्र श्री परिमाल यादव पशुपालन कर आत्मनिर्भर बन गये है। वे खेती किसानी के अलावा पशुपालन करके अतिरिक्त आय से परिवार के अन्य खर्चो की पूर्ति कर अपना आर्थिक उत्थान कर रहे है।
सुजर्मा निवासी श्री सोनेराम यादव ने बताया कि खेती के अलावा एक भैंस पालन करके अपनी अजीविका चला रहा था। मैं एक दिन किसी काम से पशु चिकित्सालय सुर्जमा पहुंचा। वहाँ पर मेरी मुलाकात डॉ. पंकज बाबू कौशिक व्हीएएस से हुई। डॉ. कौशिक द्वारा मुझे पशुपालन विभाग की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी देकर पशुपालन करने का आग्रह किया। जिसमें से मैंने पशुपालन केसीसी में अपना आवेदन भरकर बैंक में प्रस्तुत किया। इसके बाद मुझे 06 भैंसों के ऊपर एक लाख आठ हजार रुपये की बैंक से अक्टूबर 2022 में पशुपालन केसीसी प्राप्त हुई। इसका सबसे बड़ा फायदा यह हुआ कि यह केसीसी का फायदा आजीवन लेता रहूंगा, जरूरत पड़ने पर मैं कभी भी बैंक से राशि प्राप्त कर भैंसों के लिए हरा चारा, भूसा, दानापीना आदि खरीद सकूंगा। अब मुझे स्थानीय साहूकारों से मंहगे व्याज पर ऊधार लेने की आवश्यकता नहीं है। अच्छा भूसा, हरा चारा खिलाकर मेरी भैंसे अच्छी स्थिति में है। अच्छा दूध दे रहीं है, जिससे मेरे परिवार की आमदनी बढ़ गई है और मैं अपने परिवार सहित खुशहाल जिंदगी जी रहा हूँ।
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