Page Nav

HIDE

Breaking News:

latest

Total Pageviews

महिलायें आत्मनिर्भर बनेंगीं तो प्रदेश व देश भी आत्मनिर्भर बनेगा – भारत सिंह कुशवाह

  महिलायें आत्मनिर्भर बनेंगीं तो प्रदेश व देश भी आत्मनिर्भर बनेगा – श्री भारत सिंह कुशवाह  स्व-सहायता समूहों से जुड़ीं 3089 महिलाओं के खातों ...

 











महिलायें आत्मनिर्भर बनेंगीं तो प्रदेश व देश भी आत्मनिर्भर बनेगा – श्री भारत सिंह कुशवाह 

स्व-सहायता समूहों से जुड़ीं 3089 महिलाओं के खातों में सिंगल क्लिक के जरिए पहुँचाई 4.10 करोड़ रूपए से अधिक राशि 

आत्मनिर्भरता की गाथा लिख रहीं महिलाओं का विशाल सम्मेलन सह प्रशिक्षण आयोजित 

ग्वालियर / स्व-सहायता समूहों में संगठित होकर आत्मनिर्भरता की प्रेरणादायी गाथा लिख रहीं महिलाओं का विशाल सम्मेलन सह प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ। पीएम-एफएमई (प्रधानमंत्री सूक्ष्म, खाद्य, उद्यम उन्नयन योजना) एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत आयोजित हुए इस कार्यक्रम में श्री कुशवाह ने सिंगल क्लिक के जरिए विकासखंड मुरार व घाटीगाँव क्षेत्र की 3 हजार 89 महिलाओं के खाते में सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत लगभग 4 करोड़ 10 लाख रूपए की राशि पहुँचाई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर परिवार की महिलायें आत्मनिर्भर बनें, जिससे पूरा परिवार, गाँव, जिला, प्रदेश व देश आत्मनिर्भर बन सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश जाटव ने की। 

सोमवार को यहाँ विक्रांत यूनिवर्सिटी के प्रांगण में आयोजित हुए स्व-सहायता समूहों से जुड़ीं महिलाओं के विशाल सम्मेलन में महिलाओं ने अपनी आत्मनिर्भरता की गाथा साझा की। इस अवसर पर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री कुशवाह एवं अन्य अतिथियों ने मंच से प्रतीक स्वरूप विभिन्न महिलाओं को सहायता राशि के चैक प्रदान किए और शॉल श्रीफल भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। 

इस अवसर पर जनपद पंचायत घाटीगाँव की अध्यक्ष श्रीमती वर्षा रावत, जनपद पंचायत मुरार के अध्यक्ष श्री दिलराज सिंह किरार व जिला पंचायत के सदस्यगण सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आशीष तिवारी, भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण व उद्यानिकी विभाग के अधिकारी श्री राकेश तिवारी, अपर संचालक उद्यानिकी डॉ. कमल सिंह किरार एवं राज्य स्तरीय ट्रेनर श्री महेन्द्र क्षितिज मंचासीन थे। 

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री कुशवाह ने कहा कि परिवार की एक महिला आत्मनिर्भर होने से पूरा परिवार आत्मनिर्भर हो जाता है। इसीलिए केन्द्र व राज्य सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिये कृतसंकल्पित होकर काम कर रहीं हैं। उन्होंने आह्वान किया कि स्व-सहायता समूहों से जुड़ीं महिलायें खाद्य प्रसंस्करण इकाईयाँ स्थापित करने के लिये आगे आएँ, सरकार इसके लिये 35 प्रतिशत तक अनुदान देती है। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा महिलाओं के खातों में पहुँचाई जा रही 40 – 40 हजार रूपए की राशि लौटाने की जरूरत नहीं होगी। इस अनुदान के आधार पर वे अपने कारोबार को आगे बढ़ा सकेंगी। 

जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश जाटव ने कहा कि प्रदेश सरकार स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही है। राज्य की महिलायें अब घरेलू कामकाज तक ही सीमित नहीं रही हैं। 

आरंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन व कन्या पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश गान हुआ। एनआरएलएम के जिला प्रबंधक श्री विनीत गुप्ता ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। महिला स्व-सहायता समूहों के सदस्यों तथा पीएम-एफएमई योजना के जिला स्तरीय रिसोर्स पर्सन श्री वाय के मित्तल व महिलाओं को उद्यानिकी विभाग की योजनाओ का लाभ दिलाने वाले श्री पवन शर्मा को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री एस बी ओझा ने किया। 

इन योजनाओं के तहत महिलाओं के खाते में पहुँची धनराशि 

उद्यानिकी विभाग द्वारा मुरार व घाटीगाँव विकासखंड के 18 स्व-सहायता समूहों से जुड़ीं महिलाओं के खातों में एक करोड़ 64 लाख रूपए की राशि पहुँचाई गई। इसी तरह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 356 महिलाओं के खातों में 143 लाख रूपए, सामुदायिक निवेश निधि के रूप में 6 संकुल स्तरीय संगठन के खातों में 59 लाख रूपए व रिवॉलविंग फंड के रूप में 845 महिलाओं के खातों में लगभग 17 लाख रूपए एवं राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत 7 महिला समूहों के खाते में 26 लाख 80 हजार रूपए की राशि पहुँचाई गई। 


सिमरन व रीना ने सुनाई समूहों की सफलता की दास्तां 

बड़े पैमाने पर मशरूम उत्पादन कर जिले के विजयगढ़ (सिरोली) गाँव को मशरूम गाँव के रूप में विख्यात करने वालीं रतनगढ़ वाली माता स्व-सहायता समूह से जुड़ीं सुश्री सिमरन ने अपने गाँव की महिलाओं की सफलता की दास्तां सुनाते हुए कहा कि शुरूआत में गाँव की दो महिलाओं ने स्व-सहायता समूह से जुड़कर मशरूम उत्पादन शुरू किया था। आज पूरे गाँव की महिलाएँ मशरूम उत्पादन कर रही हैं। जिससे महिलाओं में आत्मनिर्भरता आई है। इसी तरह ग्राम भयपुरा के जय माता दी स्व-सहायता समूह से जुड़ीं श्रीमती रीना का कहना था कि हमारा समूह मसाला उत्पादन का काम करता है। हर माह लगभग 12 लाख रूपए की बिक्री होती है। समूह से जुड़ी इन महिलाओं का कहना था कि सरकार द्वारा दी गई मदद से हमारे समूहों ने ऊँचाईयाँ हासिल की हैं। 

फूड बास्केट के रूप में बनी है मध्यप्रदेश की पहचान 

उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने हाल ही में इंदौर में आयोजित हुए प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का जिक्र करते हुए कहा कि इस आयोजन में लगभग 60 देशों से आए निवेशकों ने मध्यप्रदेश में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में हुए काम को खुलकर सराहा। प्रदेश की पहचान फूड बास्केट के रूप में स्थापित हुई है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया व जापान सहित कई देशों ने मध्यप्रदेश में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में निवेश की इच्छा जताई है। श्री कुशवाह ने कहा कि वर्तमान व आगे का युग फूड प्रोसेसिंग का युग है। इसलिये सरकार से अनुदान लेकर फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित कर मुनाफा कमाएँ। 


No comments

Contact Form

Name

Email *

Message *

Latest Articles