खुशियों की दास्तां मुन्नी बेगम के घर में टीन के स्थान पर अब पक्की छत बन गई है ग्वालियर / मुन्नी बेगम ने बड़ी कठिनाई भरे दिन गुजारे हैं। म...
खुशियों की दास्तां
मुन्नी बेगम के घर में टीन के स्थान पर अब पक्की छत बन गई है
ग्वालियर / मुन्नी बेगम ने बड़ी कठिनाई भरे दिन गुजारे हैं। मुन्नी ने मेहनत से कभी मुँह नहीं मोड़ा और घोर विपत्ति सर पर आने के बाबजूद अपनी बेटियों को किसी बात के लिए परेशान नहीं होने दिया। पर लाख कोशिशों के बाबजूद वे अपने परिवार के लिये पक्का घर नहीं बनवा पा रहीं थीं। प्रधानमंत्री आवास योजना ने उनकी यह ख्वाहिश भी पूरी कर दी है।
ग्वालियर शहर की वार्ड-55 की निवासी मुन्नी बेगम बताती हैं कि हम बहुत धनवान तो नहीं थे पर सौहर और मैं मेहनत करके इतना कमा लेते कि परिवार का गुजारा आराम से चल जाता। इसी बीच मेरे सौहर कर इंतकाल हो गया। अब दोनों बेटियों की जिम्मेदारी मेरे ऊपर आ गई। खूब मेहनत करती, पर बेटियों की पढ़ाई और खाने-पीने पर सारी कमाई खर्च हो जाती। हम एक टूटे-फूटे मकान में रहते थे। छत पर टीन डली थी। थोड़ी सी बारिश में वह टीन टपकने लगती। पर क्या करते घर में इतनी जमा पूँजी नहीं थी कि पक्की छत बनवा सकें।
अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखने वाली मुन्नी बेगम भावुक होकर कहती हैं कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई। प्रधानमंत्री आवास योजना ने हमारी ख्वाहिश को पूरा कर दिया है। अब मेरी दोनों बेटियाँ खूब खुश रहती हैं और मन लगाकर पढ़ाई करती हैं। मेरे जीवन की बड़ी समस्या का समाधान प्रदेश सरकार ने पूरा कर दिया है।
हितेन्द्र सिंह भदौरिया
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