शिवपुरी/ वन परी क्षेत्र बदरवास के अंतर्गत एक मामला प्रकाश में आया है जिसमें विभाग में पदस्थ एक कर्मचारी ने एक कृषक से वन विभाग की भूमि को...
शिवपुरी/ वन परी क्षेत्र बदरवास के अंतर्गत एक मामला प्रकाश में आया है जिसमें विभाग में पदस्थ एक कर्मचारी ने एक कृषक से वन विभाग की भूमि को जोतने फसल बोने पानी देने और काटने के नाम पर ₹40000 की रिश्वत की मांग की थी लेकिन बाद में सौदा ₹20000 में तय हो गया बताया जाता है
कि कृषक मुनेश धाकड़ नें 31 जनवरी को लोकायुक्त पुलिस में शिकायत दर्ज की थी उस शिकायत पर सोमवार दोपहर 11:00 से 12:00 के बीच मैं लोकायुक्त पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है आगे बताया गया है अगरा बीट गार्ड गिर्राज धाकड़ ने कृषक मुनेश धाकड़ से ₹40000 की रिश्वत की मांग की थी लेकिन बाद में सौदा 20000 में तय हो गया और सोमवार को जैसे ही कृषक मनीष धाकड़ वन परीक्षेत्र बदरवास के अंतर्गत आने वाली अगरा बीट प्रभारी गिर्राज धाकड़ में ₹20000 लिए उसी समय लोकायुक्त पुलिस ने गिर्राज धाकड़ को रंगे हाथों पकड़ लिया यह कार्रवाई बदरवास के एक होटल पर की गई है इस पूरे मामले की खास बात है कि जब कृषक मुनेश धाकड़ से इंडिया आज तक ने पूछा की क्या बदरवास वन परीक्षेत्र अधिकारी शैलेंद्र सिंह तोमर ने कभी रिश्वत मांगी है क्या...? तो उनका जवाब था की बदरवास वन परीक्षेत्र अधिकारी शैलेंद्र सिंह तोमर ने कभी भी रिश्वत की मांग नहीं की..? यहां पर एक बात तो साफ है की वन परीक्षेत्र अधिकारी शैलेंद्र सिंह तोमर कि साफ स्वच्छ छवि सामने निकल कर आई है..?
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