नैनोद और गांधीनगर में 2500 परिवारों की बिजली काटी बिजली कंपनी ने बकायादारों को लगाया करंट, दिनभर हंगामा, रात 10 बजे चक्काजाम इंदौर (Indore...
नैनोद और गांधीनगर में 2500 परिवारों की बिजली काटी
बिजली कंपनी ने बकायादारों को लगाया करंट, दिनभर हंगामा, रात 10 बजे चक्काजाम
इंदौर (Indore)। बिल जमा नहीं करनी वाले उपभोक्ताओं को बिजली कंपनी (electricity company) अब बत्ती गुल करके करंट लगा रही है। गांधीनगर और नैनोद (Gandhinagar and Nainod) में गरीबों के लिए बनी 25 से ज्यादा मल्टियों की सुबह 9 बजे से बत्ती गुल कर दी थी। दिनभर हंगामा होता रहा और रात 10 बजे परेशान लोगों ने चक्काजाम कर दिया। तकरीबन 1 घंटे की जद्दोजहद के बाद फिर से बिजली चालू की गई।
पश्चिम क्षेत्र के कार्यपालन यंत्री गजेंद्र कुमार ने बताया कि गांधीनगर और नैनोद क्षेत्र के रहवासी लंबे अरसे से बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं। हर बार समझाइश दी जाती है पर यहां रहने वाले रहवासियों की बिजली बिल जमा नहीं करना आदत में आ गया है। क्षेत्र के 2500 परिवारों से 4 करोड़ से ज्यादा की राशि लेना बकाया है। इसलिए कल सुबह वार्ड नंबर 15 गांधीनगर जेएनयूआरएम के अंतर्गत बनी मल्टियो के तकरीबन 1500 सौ परिवारों का बिजली सप्लाई रोका गया था। इसी प्रकार नैनोद क्षेत्र में भी 950 से ज्यादा ऐसे परिवारों से जो बिजली बिल जमा नहीं कर रहे थे, इनके यहां भी विद्युत प्रदाय बंद किया गया था। कल रात को हुए हंगामे और चक्काजाम के बाद एयरपोर्ट जोन के असिस्टेंट इंजीनियर गौरव दुबे ने बताया कि बिजली कर्मचारी आज क्षेत्र में बिजली बिल के लिए कैंप लगाएंगे और बकायादारों से बिजली बिल जमा कराएंगे।
आक्रोशित हो गए रहवासी
बत्ती गुल होने पर बड़ी संख्या में रहवासियों ने रात 10 बजे चक्काजाम कर दिया। पुलिस एवं प्रशासन को व्यवस्था संभालना पड़ी। बिजली अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और सामान्य बैठक कर बिजली सप्लाई शुरू कराया गया।
यह कहना है रहवासियों का
वार्ड क्रमांक 15 अनिल साठे ने बताया कि बिजली के बिल बराबर समय पर नहीं आते हैं। बिना बताए बिजली काटना ठीक नहीं है। यहां पर सब मजदूर परिवार के लोग रहते हैं। इसलिए लोगों में आक्रोश आ गया था। नैनोद के सरपंच सुरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि बिजली कर्मचारियों की मनमानी चल रही है। खपत के अनुसार बिल जारी नहीं हो रहे, इसलिए कुछ लोगों ने बिजली बिल जमा नहीं किए। जो बिजली बिल जमा कर रहे हैं, उनकी भी बत्ती गुल हो गई।
No comments