पर्यावरण के प्रहरी बनकर जंगल बचाने का संकल्प आवदा में बडी संख्या में ग्रामीणों ने ली वन संरक्षण की शपथ, सौपी अपनी कुल्हाडियां श्योपुर/आदिवास...
पर्यावरण के प्रहरी बनकर जंगल बचाने का संकल्प
आवदा में बडी संख्या में ग्रामीणों ने ली वन संरक्षण की शपथ, सौपी अपनी कुल्हाडियां
श्योपुर/आदिवासी विकासखण्ड कराहल में निकल रही विकास यात्रा सामाजिक संदेश भी दे रही है। कूनों नेशनल पार्क में चीतो की सुरक्षा के लिए वातावरण निर्माण हेतु किये गये नवाचारो के तहत लोग बडी संख्या में वनो को बचाने का संकल्प ले रहे है। यात्रा के पहले दिन आयोजित चीता स्वागत रैली से शुरू हुआ यह संकल्प दिन प्रतिदिन विभिन्न ग्रामों से होता हुआ निरंतर लोगों की सहभागिता से बढता जा रहा है। मोरावन, टिकटोली, हथेडी, रानीपुरा, निमानिया, मेहरवानी आदि ग्रामों के बाद आज यात्रा के पाचवे दिन ग्राम आवदा में आयोजित विशाल जनसभा के दौरान बडी संख्या में लोगों द्वारा कलेक्टर श्री शिवम वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गुड्डी बाई आदिवासी, विधायक श्री सीताराम आदिवासी, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र जाट, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री नीरज जाट एवं एसडीएम श्री लोकेन्द्र सरल की मौजूदगी में वन बचाने का संकल्प लेते हुए अब वनो को क्षति नही पहुचाने की शपथ के साथ अपनी-अपनी कुल्हाडियां मंचासीन अतिथियों के समक्ष समर्पित की गई। श्री मुन्ना आदिवासी, श्री छोटू आदिवासी, श्री खेमराज आदिवासी, श्री धरमू आदिवासी, श्री गंगाराम, श्री उम्मेद, श्री मेघराज, श्री रामलखन, श्री रामपाल, श्री गजा, श्री शंभू, श्री घिसया सहित अन्य ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि अब निस्तारी जरूरतो के लिए भी वनो को हानि नही पहुंचायेगे। इसके साथ ही वनोपज संग्रहण के लिए हानि रहित तरीको का इस्तेमाल करेगे, जिससे पेड-पौधे सुरक्षित रहें। इस दौरान ग्रामीणों ने 5-5 पौधे लगाये जाने का संकल्प भी लिया। उल्लेखनीय है कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कूनों नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया से लाये गये चीतो को सफल प्रतिस्थापन से इस जिले को मिली पहचान से जिले में उत्साह का माहौल है और विकास यात्रा के दौरान ग्रामीणजन देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के इस कार्य के लिए उन्हें कोटिशः धन्यवाद दे रहे है तथा चीतो की सुरक्षा के लिए संकल्प ले रहे है। इसी क्रम में ग्रामीणजन वनों को बचाने तथा वन संरक्षण की शपथ ग्रहण करते हुए प्रशासन के समक्ष अपनी कुल्हाडिया समर्पित करते हुए पर्यावरण के प्रहरी बन गये है।
No comments