( खुशियों की दास्ताँ) बच्चों के शारीरिक मानसिक विकास के लिये अमूल दूध, पारले का बिस्किट और प्रारंभिक शिक्षा देने का काम जारी मुरैना/शारी...
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खुशियों की दास्ताँ)
बच्चों के शारीरिक मानसिक विकास के लिये अमूल दूध, पारले का बिस्किट और प्रारंभिक शिक्षा देने का काम जारी
मुरैना/शारीरिक रूप से कमजोर बच्चों को बेहतर पोषण के लिये अमूल दूध, पारले बिस्किट और प्रारंभिक शिक्षा देकर बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास किया जा रहा है। यह कार्य धरती संस्था द्वारा जीवदया फाउन्डेशन के सहयोग से मुरैना नगर निगम के वार्ड क्रमांक 44 में बसी सपेरा बस्ती व आदिवासी विकासखण्ड पहाडगढ़ ब्लॉक के ग्राम खडरियापुरा, निचली बहराई, मानपुर, बघेवर में मिल्क प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी। जिसमें आंगनवाड़ी के चयनित बच्चों को 200 ग्राम अमूल का दूध व पारले बिस्किट नियमित रूप से प्रतिदिन दिए जा रहा है।
धरती ग्रामोत्थान एवं सहभागी ग्रामीण विकास समिति के कार्यकर्ता प्रतिदिन इन बच्चों को 2 घंटे प्रारंभिक शिक्षा से जोड़ने का कार्य बखूबी कर रहे है जिससे बच्चो के जीवन में बदलाव भी देखा जा रहा है। धरती संस्था से नितिन शिवहरे व सहयोगी काव्या अग्रवाल ने कार्यक्रम की जानकारी को साझा करते हुए बताया कि प्रतिदिन संस्था के कार्यकर्ता बच्चों को दूध, बिस्किट और प्रारंभिक शिक्षा देने का कार्य कर रहे है, जिससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास हो सके। महिला एवं बाल विकास विभाग उनकी पूरी टीम मिल्क प्रोडक्ट के अभियान में धरती संस्था के साथ मिलकर पूरा सहयोग कर रही है, ताकि हमारे जिले के बच्चे स्वस्थ और शिक्षित हो सके।
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