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रात 8 बजे तक चली महापौर परिषद की बैठक, कांग्रेसियों ने भी मुद्दों पर मोर्चा संभाला

  रात 8 बजे तक चली महापौर परिषद की बैठक, कांग्रेसियों ने भी मुद्दों पर मोर्चा संभाला महापौर परिषद की सार्थक पहली बजट बैठक… हर मुद्दे पर हुई ...

 रात 8 बजे तक चली महापौर परिषद की बैठक, कांग्रेसियों ने भी मुद्दों पर मोर्चा संभाला

महापौर परिषद की सार्थक पहली बजट बैठक… हर मुद्दे पर हुई चर्चा… महापौर ने भी सामंजस्य के साथ परिषद चलाने और बिना भेदभाव पूरे शहर के विकास का वादा किया


इंदौर (Indore)। कल 11 बजे से बजट पर बहस शुरू हुई और रात 8 बजे तक चलती रही। इस दौरान कई बार भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों में जमकर विवाद हुए और हंगामे की स्थिति भी बनी। कई बार कुछ शब्दों को लेकर माफी मांगने को लेकर काफी देर तक विवाद चलता रहा। इसके चलते वहां लगे माइक भी बंद कर दिए गए थे। सबसे ज्यादा शहर के वार्डों में गंदे पानी की शिकायतें थीं, जिसको लेकर कई सदस्यों ने तीखा विरोध जताया और कहा कि करोड़ों खर्च करने के बाद भी जनता गंदा पानी पीने को मजबूर है।

सबसे ज्यादा बात इस मुद्दे पर चलती रही कि निगम का खजाना खाली है और कर्मचारियों से लेकर ठेकेदारों को पेमेंट नहीं मिल पा रहा है, ऐसे में इतने बड़े बजट पर निगम पैसा कहां से जुटाएगा। इन सभी सवालों के दौरान एमआईसी मेंबर और भाजपा के पार्षद कांग्रेसी पार्षदों को जवाब देते रहे। सभी सदस्यों ने अपनी बात विस्तार से कही, जिसके चलते समयावधि बीतती गई। सभापति मुन्नालाल यादव बार-बार कम शब्दों में अपनी बात कहने का आग्रह करते रहे। सबसे ज्यादा विवाद हिन्दुस्तान खतरे में शेर को लेकर हुआ। एमआईसी मेंबर नंदू पहाडिय़ा ने इस पर जमकर विरोध जताया और माफी मांगने की भी बात कही। इस पर सभी भाजपा के पार्षद एकजुट होकर विरोध करने लगे।

बजट सम्मेलन में गंदे पानी की समस्या उठी तो भाजपा नेता कांग्रेस पार्षद के वार्ड में दौरा करने पहुंच गए

कल निगम के बजट सम्मेलन में गंदे पानी का मुद्दा हावी रहा। नेता प्रतिपक्ष रहीं फौजिया अलीम ने जब सभी पार्षदों से कहा कि आप अपने दिल पर हाथ रखकर कह दें कि आपके वार्ड में गंदा पानी नहीं आ रहा है और जल वितरण व्यवस्था सुचारू है तो सभी पार्षद चुप ही बैठे रहे। निगम के अधिकारी और पार्षद गंदे पानी और जलसंकट की समस्या से रोज दो-चार हो रहे हैं, लेकिन कोई ऐसी कार्ययोजना नहीं बनाई जा रही है, जिससे जल वितरण व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके। कल निगम बजट सम्मेलन में दोपहर में यह बहस चल ही रही थी कि एक नंबर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 8 में भाजपाई दौरा करने पहुंच गए। यह वार्ड कांग्रेसी पार्षद का है। लोगों ने कहा कि पार्षद नदारद हैं, हम अपनी समस्या को लेकर कहां जाएं? वार्ड के छीपाबाखल क्षेत्र में नलों में ड्रेनेज का पानी आ रहा है और सडक़ में भी गड्ढे हो रहे हैं। दौरे में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन और सुदर्शन गुप्ता भी थे। इस दौरान नगर निगम के स्थानीय अधिकारी भी वार्ड में पहुंच गए थे। लोगों ने उन्हें भी घेर लिया। कुछ लोगों ने तो कांगे्रसी पार्षद पर आरोप लगाया और कहा कि जो इलाके हिन्दू बहुल हैं, वे वहां ध्यान ही नहीं दे रहे हैं।

आप तो यह बता दो कौन से लॉकर में हजारों करोड़ रखे हैं, जिससे शहर का विकास होगा : चौकसे

नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने अपनी बात रखते हुए कई वार्डों के झोन बदलने को लेकर आपत्ति जताई और कहा कि इससे कई लोगों को परेशानी आएगी। उन्होंने कहा कि डिजिटल बजट प्रस्तुत किया गया अच्छी बात है, लेकिन इसकी सारी वास्तविकता धरातल पर होना चाहिए न कि हवाई बजट हो। तमाम योजनाएं और बड़े कार्य बजट में बताए गए हैं। महापौरजी से यह पूछना चाहता हूं कि आप तो यह बता दो कि कौन से लॉकर में कितने हजार करोड़ रुपए रखे हैं, जिससे शहर के विकास कार्यों को अंजाम दिया जाएगा। नर्मदा का पानी नहीं मिल रहा है और तीन चरणों के बावजूद कई वार्ड प्यासे हैं, चौथे चरण से क्या उम्मीद की जा महापौरजी से यह पूछना चाहता हूं कि आप तो यह बता दो कि कौन से लॉकर में कितने हजार करोड़ रुपए रखे हैं, जिससे शहर के विकास कार्यों को अंजाम दिया जाएगा। नर्मदा का पानी नहीं मिल रहा है और तीन चरणों के बावजूद कई वार्ड प्यासे हैं, चौथे चरण से क्या उम्मीद की जा सकती है। इसके साथ ही उन्होंने भिक्षुक पुनर्वास केंद्रों का मामला उठाया और कहा कि यह अभियान भी अब बंद हो गया है और शहरभर में भिक्षुकों की टोलियां मंदिरों के आसपास नजर आती हैं। कोई तो योजना कारगर हो, जिससे शहर का नाम हो।

श्वानों की नसबंदी पर श्वेत पत्र जारी हो

पार्षद रूबीना इकबाल खान ने अपने अलग अंदाज में शहरहित के मुद्दे उठाए और कहा कि यह बात समझ में नहीं आती कि 11 करोड़ की राशि श्वानों की नसबंदी पर खर्च कर दी गई और उसके बावजूद श्वानों का आतंक खत्म नहीं हुआ है। इस पर भी एक श्वेत पत्र जारी किया जाना चाहिए, जिसमें यह बताया जाए कि किन-किन अफसरों ने इसमें कितनी रिश्वत खाई है। इस पर हंगामा शुरू हो गया। माइक बंद कर दिए गए तो पार्षद रूबीना खान ने कहा कि सबर रखिए, मैं आखिरी में महापौरजी की तारीफ भी करने वाली हूं। उन्होंने महापौर को संबोधित करतेहुए कहा कि महापौरजी आप खरे हैं, लेकिन आपके इर्द-गिर्द रहने वाले लोग ही आपको खोटा साबित करने पर तुले हैं, आप इनसे सावधान रहिए।

लाल हुए लालबहादुर

गंदे पानी की समस्या पर लालबहादुर भी लाल हुए और उन्होंने कहा कि अफसरों को कई बार निवेदन करने के बाद भी मेरे वार्ड में गंदे पानी की समस्या का निराकरण नहीं हुआ। मैं क्षेत्र की जनता का गुलाम हूं और कई बार मुझे पानी की समस्या को लेकर वार्ड के रहवासियों के गुस्से का सामना करना पड़ता है। अब इस मुद्दे पर मैं चुप नहीं बैठूंगा। इस पर कांग्रेसियों ने कहा कि वर्माजी ही हमारा पक्ष रखें और हम उनकी बात का समर्थन कर रहे हैं।

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