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नगर परिषद नहीं सहाब नगद् परिषद है...?

  नगर परिषद नहीं सहाब नगद् परिषद है    नगद् बोली लगाकर खरीदी गई है परिषद   परिषद से बाहर के व्यक्ति का है बोलबाला    नगर मै है गंदगी और अंधे...

 नगर परिषद नहीं सहाब नगद् परिषद है 

  नगद् बोली लगाकर खरीदी गई है परिषद

  परिषद से बाहर के व्यक्ति का है बोलबाला

   नगर मै है गंदगी और अंधेरे का साम्राज्य

   जिले में भ्रष्टाचार में चर्चित कोलारस नं.१



पिछली कांग्रेश सरकार के टाइम नगर परिषद कोलारस में हुए घोटालों की जांच की मांग...?                                   मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन

शिवपुरी /नगर परिषद कोलारस जिला शिवपुरी पिछले कई वर्षों से भ्रष्टाचारी में तानाशाही में जिलें में (नंबर वन) पर स्थित है।

नगर परिषद में पिछले कार्यकाल में करोड़ों अरबों रुपए का कांग्रेसी सरकार के सहयोग से घोटाला किया गया है जिसमें विधानसभा उपचुनाव में आया हुआ करोड़ों रुपया विकास कार्य के लिए जिसमें गुंजारी नदी गहरीकरण घाट निर्माण योजना नगर कोलारस के लिए नल जल योजना के तहत सिंधु जल आवर्धन योजना घोटाला नगर मैं सौंदर्य करण विकास के लिए आया हुआ सीसी सड़क नाली निर्माण घाट निर्माण खरंजा पुलिया निर्माण आदि के लिए आया हुआ पैसा जनप्रतिनिधि खुद बंदरबांट करके खा गए विकास के नाम पर कोलारस नगर में चहुंओर गंदगी अंधेरा और सड़क में गड्ढों का भरमार है जहां विकास केवल कागजों तक ही सीमित है। मुख्य नगर परिषद अधिकारी ने बताया कि एक करोड़ से अधिक की राशि कोलारस नगर में हाल ही के लिए सड़क निर्माण मरम्मती के लिए आया हुआ है यह पैसा केवल लेफ्ट होने के लिए आया है क्योंकि पहले से ही नगर में कोई विकास नहीं हुआ तो अब पहले चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा खर्च किए हुए पैसे को वसूलने के लिए नगद परिषद में पिछले कई दिनों से जंग और दंगा चल रहा है क्योंकि चुनाव में खर्च किए गए पैसे नगर परिषद में विकास के लिए आए हुए पैसों को डकार कर ही जनप्रतिनिधि नगर का विकास करेंगे।

नगर परिषद कोलारस में घोटालों में शिवपुरी जिले में सर्वप्रथम नंबर वन प्रधानमंत्री आवास योजना घोटाला यहां मूल हितग्राहियों को छोड़कर बाहर से आए हुए व्यक्तियों को निजी भूमि पर भूमाफिया द्वारा प्लॉट काटकर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया है मुल हितग्राही आज भी नगर परिषद में दर-दर की ठोकरें खा रहा है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं होती यहां भ्रष्टाचारियों का बोलबाला है जो केवल पैसे की भाषा समझते हैं नगर परिषद कोलारस एक प्राइवेट ऑफिस से संचालित की जाती है जहां नगर परिषद में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे की निगरानी निजी ऑफिस में की जाती है नगर परिषद कोलारस के गोपनीय दस्तावेज निजी ऑफिस में रखे जाते हैं यहां अधिकारी कर्मचारी निजी ऑफिस से नगर परिषद का संचालन करते हैं नगर परिषद तो केवल एक दिखावा बनकर रह गई है

यहां पिछले कुछ वर्षों से कांग्रेश सरकार के द्वारा नगर परिषद पर कब्जा रहा है जो केवल भ्रष्टाचारियों का संरक्षण करती है और भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा देती है यहां विधानसभा उपचुनाव में कोलारस नगर के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा करोड़ों रुपए की सौगात कोलारस नगर के लिए दी गई जो केवल कांग्रेसी सरकार के जनप्रतिनिधियों द्वारा डकार कर केवल कागजों में ही सीमित रह गई यहां बड़े-बड़े घोटालों को आराम से अंजाम दिया गया है नगर परिषद कोलारस की हालात नीलामी में खरीदी गई शराब की दुकान जैसे हैं यहां बिना पैसे और बिना पर्ची के किसी भी व्यक्ति का काम नहीं होता।

पिछले कई वर्षों से कांग्रेश का कब्जा नगर परिषद कोलारस पर रहा है जिसमें करोड़ों अरबों रुपए का भ्रष्टाचार हुआ है जिसकी जांच करा कर नगर परिषद के लोगों के साथ इंसाफ किया जाना चाहिए। यहां केवल तानाशाही माहौल रहता है और केवल विकास के लिए आए हुए पैसे के लिए जनप्रतिनिधियों द्वारा आपस में झगड़ कर राशि का गोलमाल कर देना ही सबसे बड़ी जनप्रतिनिधियों की प्राथमिकता है। अभी हाल ही में पिछले कई वर्षों से घोटाले का केंद्र अस्थाई दखल ठेका बाजार बैठक ठेका निर्यात कर ठेका चर्चा का विषय बना हुआ है नगर परिषद द्वारा गोपनीय तरीके से नीलामी बोली लगाकर बोली निरस्त कर कर पिछले कई सालों से कोलारस नगर में से  ठेका से वसूली गई राशि का आज तक कोई पता नहीं है यहां वसूली उगाकर पार्षदों को कमीशन के रूप में बांट दिया जाता है जिससे वह पार्षद अन्य नगर परिषद के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं कर सके क्योंकि किसी को रोटी का टुकड़ा ही बहुत होता है। के पार्षद कहते पाए गए हैं कि हमें बधे भूत की लंगोटी ही बहुत है।

नगर परिषद कोलारस में कोई भी मीटिंग जनप्रतिनिधियों द्वारा नहीं की जाती मीटिंग एवं दस्तावेज निजी ऑफिस में रखे हुए होते हैं क्योंकि नगर परिषद नीलामी में खरीदी गई है कोई भी जनप्रतिनिधि नगर की आवाज पिछले कई वर्षों से बुलंद नहीं कर पाया यह बात बहुत ही दुखद है सभी लोग चुनकर जनता की सेवा के लिए पहुंचते हैं परंतु दुर्भाग्यवश वह लोग पूरे 5 वर्ष खुद की सेवा में ही निकाल देते हैं यह नगर परिषद कोलारस का बहुत बड़ा दुर्भाग्य है यहां विकास के नाम पर केवल जनता के साथ धोखा किया जाता है कोलारस नगर में चारों ओर गंदगी का साम्राज्य है अंधेरे का साम्राज्य है जनप्रतिनिधियों में केंद्र एवं राज्य से आई हुई योजनाओं की राशि लूटने की होड़ मची हुई है विकास के नाम पर बड़े-बड़े वादे करने वाले जनप्रतिनिधि अभी हाल ही में खुद का पेट भरने के लिए आपस में झगड़ रहे हैं एवं नगर के विकास के लिए आया हुआ पैसा खुद के विकास में लगा रहे हैं यह कोलारस नगर का बहुत बड़ा दुर्भाग्य है...?  विनोद शर्मा भारतीय जनता पार्टी मीडिया प्रभारी विधानसभा कोलारस जिला शिवपुरी

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