अत्याधुनिक तकनीकों द्वारा निःसंतानता उपचार डॉ प्रीति राजपुरोहित /शिवपुरी /निःसंतानता को इस दशक की सबसे गंभीर समस्यायों में गिना जाए तो ग...
अत्याधुनिक तकनीकों द्वारा निःसंतानता उपचार
डॉ प्रीति राजपुरोहित /शिवपुरी /निःसंतानता को इस दशक की सबसे गंभीर समस्यायों में गिना जाए तो गलत नहीं होगा। यह समस्या वर्ष प्रति वर्ष निरंतर बढ़ती जा रही है एवं विकराल रूप धारण कर रही है। बदलती जीवन शैली एवं गलत खान पान इसके मुख्य कारणों में से एक हैं।
निःसंतानता अनेक कारकों पर निर्भर करती है, जो इसके उपचार को चुनौतीपूर्ण बनाते हैं, परंतु विस्तृत एवं सटीक निदान से निःसंतानता का उपयुक्त उपचार किया जा सकता है।
मेडिकल क्षेत्र ने बहुत विकास किया है, परिणामस्वरूप आज हम बहुत सी आधुनिक तकनीकों से अपने जीवन की विभिन्न कमियों को पूरा कर सकते हैं।
टेस्ट ट्यूब बेबी यानी IVF / ICSI उपचार एवं दूरबीन द्वारा गहन जाँचें उन्ही अत्याधुनिक एवं सफल तकनीकों में से हैं। जटिल निःसंतानता समस्याओं के लिए ये उपचार किसी वरदान से कम नहीं है।
बावजूद इसके, कई नि:संतान दंपति सालों साल इस समस्या से जूझते रहते हैं, चिकित्सक से सलाह नहीं लेते एवं इसे अपनी नियति मान लेते हैं। अधिकतर नि:संतान दंपति समय के साथ निराश भी हो जाते हैं।
निःसंतानता उपचार पूर्व एवं दौरान, दंपतियों को तनाव मुक्त रहने की सलाह दी जाती है। तनाव नि:संतानता समस्या में बेहद प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
नि:संतान दंपति चिकित्सीय सलाह लें, सुविचार रखें एवं सदैव प्रेरित रहें :-
तू सपनें बुनना सीख ले,
भय के भ्रम से लड़ना सीख ले,
रास्तों में काटे सभी के हैं,
काँटों पर चलना सीख ले,
कोशिश देख तेरी, हवा का रुख भी बदलेगा,
ढला है आज जो सूरज,
कल सुबह वो भी निकलेगा,
नदी के साथ तू चलना सीख ले,
डूबना नहीं, तू तैरना सीख ले....
कुछ वर्षों से मेडिकल विज्ञान ने काफी प्रगति की है। निःसंतानता की जटिल समस्याओं का आधुनिक तकनीकों द्वारा इलाज हो पा रहा है।
इसी प्रयास में, नि:संतानता के कुछ बेहद जटिल उपचार संभाग एवं प्रदेश में पहली बार किये गए। यह प्रयास निरंतर जारी रहेंगे।
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