लाचारी की तस्वीर: मुक्तिधाम में तिरपाल के नीचे हुआ अंतिम संस्कार करैरा। अनुविभाग के दिदावली गांव से लाचारी की तस्वीर सामने आई है, जहां एक ...
लाचारी की तस्वीर: मुक्तिधाम में तिरपाल के नीचे हुआ अंतिम संस्कार
करैरा। अनुविभाग के दिदावली गांव से लाचारी की तस्वीर सामने आई है, जहां एक महिला के अंतिम संस्कार के दौरान लोगों को करीब डेढ़ घंटे तक तिरपाल का सहारा लेना पड़ा। इसकी वजह, गांव के मुक्तिधाम में टीनशेड की व्यवस्था नहीं होना बताया गया है।
जनपद सदस्य को होना पड़ा परेशान
जानकारी के अनुसार, जनपद पंचायत करैरा के वार्ड क्रमांक 7 से सदस्य रामहेत गुर्जर की मां शबू बाई का शुक्रवार को 63 साल की उम्र में देहांत हो गया था, जिनका अंतिम संस्कार गृहगांव दिदावली में होना था। परिजन सहित
रामहेत गुर्जर अंतिम संस्कार में शामिल होने दिदावली गांव के मुक्तिधाम पहुंचे थे। दिदावली के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया करते हुए जनपद सदस्य रामहेत गुर्जर ने अपनी मां को मुखाग्नि दी ही थी कि इतने में तेज बारिश होने लगी, जिसके चलते आनन-फानन में गांव से तिरपाल मंगाई गई और उसी त्रिपाल के नीचे चिता को जलाया गया। बारिश के दौरान चिता जलती रही।
इधर, ग्रामीण त्रिरपाल को लाठियों के सहारे पकड़े और उठाए रहे। जैसे-तैसे अंतिम संस्कार किया गया, लेकिन बारिश के कारण शव पूरी तरह नहीं जल सका। इस घटना से ग्रामीणों में रोष देखा गया।
आंदोलन की धमकी दी
अपने साथी रामहेत गुर्जर की मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे करैरा जनपद वार्ड क्रमांक 6 के सदस्य मोनू परिहार ने प्रशासन से जल्द से जल्द दिदावली गांव के मुक्तिधाम पर टीन शेड की व्यवस्था करने की मांग की है। मोनू परिहार का कहना है कि बारिश के समय लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। मानसून आने से पहले प्रशासन यहां टीनशेड की व्यवस्था करें। उनकी मांग को नहीं माना गया तो वह इसके लिए आंदोलन भी करेंगे।
रोजगार सहायक दिनेश पाल का कहना है कि साल 2006 में दिदावली गांव के मुक्तिधाम का निर्माण कराया गया था। इसके बाद से यहां मेंटेनेंस नहीं हुआ। इसके लिए इंजीनियर को भी अवगत करा दिया गया था। हालांकि दिदावली गांव से 1 किलोमीटर दूर मणियन गांव में एक मुक्तिधाम बनाया गया है। फिर भी जल्द ही इसका एस्टीमेट बनाकर इंजीनियर को दिया जाएगा। दिदावली गांव में मुक्तिधाम पर टीनशेड की व्यवस्था कराने की कोशिश की जाएगी।
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