मंडी सचिव की गुडबिल से फसल बेचने आ रहे किसान खुश, मंडी की आय में बढ़ोत्तरी -सोयाबीन, सरसों, मक्का, उड़द, गेहूं, धान, बाजरा फसल की आवक ज्या...
मंडी सचिव की गुडबिल से फसल बेचने आ रहे किसान खुश, मंडी की आय में बढ़ोत्तरी
-सोयाबीन, सरसों, मक्का, उड़द, गेहूं, धान, बाजरा फसल की आवक ज्यादा
शिवपुरी। कृषि उपज मंडी शिवपुरी में इन दिनों सोयाबीन, सरसों, मक्का, उड़द, गेहूं, धान और बाजरा की बंपर आवक बनी हुई है। मंडी में फसल बेचने आने वाले किसान बेहद खुश हैं इसके पीछे बजह मंडी सचिव की गुडबिल है। कृषि उपज मंडी शिवपुरी में किसानों को पानी की व्यवस्था है, साफ सफाई अच्छी है, बिजली की व्यवस्था है इसके साथ ही जल पान के लिए केंटीन की सुविधा उपलब्ध है। कृषि उपज मंडी में कुल स्टाफ 25 है जिसमें मंडी सचिव पद 1, सहायक उपनिरीक्षक पद 11, बाबू 4, लेखापाल 1, चौकीदार 2, चपरासी 3, स्थाई कर्मचारी 2 शामिल हैं। मंडी के भीतर जो फसलें बिकने के लिए आ रही हैं उनमें सोयाबीन की फसल 4500 से 5240 रुपए तक प्रति क्विंटल, सरसों की फसल 5000 से 5440 रुपए, मक्का 1800-1950 रुपए, उड़द 5400 से 6210 रुपए, गेहूं 2200 से 2400 तक, धान 2400 रुपए प्रति क्विंटल, बाजरा 1800 से 2000 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रहा है। मंडी में लायसेंसधारी व्यापारी की संख्या 247 है जबकि व्यापारी का लायसेंस पाँच वर्ष में रिन्यू होता है। नया लायसेंस एक महीने के भीतर बन जाता है। मंडी प्रशासन व्यापारियों से 1 रुपए 20 पैसे शुल्क लेता है जिसमें 20 पैसे कलेक्टर कोष में जमा होता है। इसके बाद बात करते हैं शहर के भीतर फड़ संचालकों की तो मंडी प्रशासन की तरफ से फ्लाइंग टीम समय-समय पर कार्यवाही करता है और जो फड संचालक अवैध रूप से किसानों की फसल खरीद रहे हैं उन पर मंडी प्रशासन की तरफ से पांच गुना बढ़कर जुर्माना वसूला जाता है। वर्तमान में कृषि उपज मंडी शिवपुरी में विश्वनाथ सिंह जिनका पद मंडी निरीक्षक है, लेकिन उन्हें कृषि उपज मंडी शिवपुरी का प्रभारी सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। विश्वनाथ सिंह 1992 में शिवपुरी में पदस्थ हुए थे इसके बाद गुना कृषि उपज मंडी, इसके बाद शाडोरा कृषि उपज मंडी, इसके बाद कुम्हराज, फिर मुंगावली और अब शिवपुरी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
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कृषि उपज मंडी में अभी -सोयाबीन, सरसों, मक्का, उड़द, गेहूं, धान, बाजरा फसल की बंपर आवक बनी हुई है। नियमानुसार मंडी में किसानों की फसल की बोली निर्धारित समयानुसार शुरू हो जाती है और 1 बजे लंच होता है इसके बाद ज्यादा फसल आने पर बोली का क्रम जारी रहता है। मंडी में किसानों को सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
विश्वनाथ सिंह
प्रभारी सचिव, कृषि उपज मंडी शिवपुरी
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