गली, मोहल्ले, चौराहे सहित चाय और पान की दुकानों पर प्रत्याशियों के हार-जीत की चर्चा - सोशल मीडिया पर पांच विधानसभाओं में से भाजपा के खाते ...
गली, मोहल्ले, चौराहे सहित चाय और पान की दुकानों पर प्रत्याशियों के हार-जीत की चर्चा
- सोशल मीडिया पर पांच विधानसभाओं में से भाजपा के खाते में सिर्फ दो सीटें
शिवपुरी। 17 नवंबर मतदान होने के बाद से गली, मोहल्ले, चौराहे सहित चाय, पान की दुकानों पर प्रत्याशियों के हार-जीत की चर्चाएं जोरों पर बनी हुई हैं। शिवपुरी में पांच विधानसभा सीट हैं जिनमें शिवपुरी, पोहरी, कोलारस, करैरा और पिछोर के नाम शामिल हंै। इन विधानसभाओं में भाजपा, कांग्रेस के साथ-साथ बसपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला है। शिवपुरी विधानसभा सीट की बात करें तो भाजपा प्रत्याशी देवेन्द्र जैन और कांग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह के बीच मुकाबला है। दोनों दलों के बाद बीएसपी के प्रत्याशी ऐवरन सिंह गुर्जर कल्ली भैया ने भी दमखम से चुनाव लड़ा। गुर्जर ने एक बार शहरभर में रैली निकाली इसके बाद आखिरी समय में हरियाणी की डांसर सपना चौधरी को चुनाव में वोट मांगने के लिए बुलाया गया। इस सीट पर हार-जीत में भाजपा के देवेन्द्र जैन का नाम सामने आ रहा है। दूसरी विधानसभा पोहरी की बात करें तो यहां पर कांग्रेस, भाजपा सहित बसपा में कड़ा मुकाबला है। चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुरेश धाकड़ का जनसंपर्क के दौरान अधिकतर विरोध सामने आया, वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी कैलाश कुशवाह तीसरी बार चुनाव मैदान में थे और जनसंपर्क के दौरान कांग्रेस की जनहितैषी योजनाओं का जनता के बीच बखान करते रहे। यहां पर तीसरे प्रत्याशी के रूप में प्रद्युम्न तोमर चुनाव मैदान में थे जिनको जनसंपर्क के दौरान भारी समर्थन मिला। इस विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला होने के साथ ही हार-जीत में कांग्रेस के कैलाश कुशवाह का नाम सामने आ रहा है। तीसरी विधानसभा में कोलारस की बात करें तो यहां पर भी त्रिकोणीय मुकाबला है। यहां भाजपा से महेन्द्र यादव, कांग्रेस से बैजनाथ सिंह यादव, बीएसपी से नवल धाकड़ चुनाव मैदान में थे। इस विधानसभा में बीएसपी आजतक अपनी जीत दर्ज नहीं करा सकी है, लेकिन इस बाद प्रत्याशी का चयन ठीक ढंग से हुआ जिसके कारण कांग्रेस भाजपा के बीच मुकाबले में बीएसपी सामने आ गई है। इस विधानसभा में हार-जीत में भाजपा के महेन्द्र यादव का नाम सामने आ रहा है। इसके अलावा करैरा विधानसभा में भाजपा की तरफ से रमेश खटीक कांग्रेस की तरफ से प्रागीलाल जाटव, बीएसपी की तरफ शांति फुले मैदान में थे। इस विधानसभा में कांटे की टक्कर में कांगे्रस और भाजपा दोनों आमने-सामने थे, लेकिन हार-जीत में कांग्रेस के प्रागीलाल का नाम सामने आ रहा है। पिछोर विधानसभा की बात करें तो इस विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला था। भाजपा से प्रीतम लोधी तीसरी बार चुनाव में थे वहीं कांग्रेस की ओर से अरविंद लोधी ने पहला चुनाव लड़ा था। कांग्रेस की तरफ से एक आमसभा की गई थी जिसे केपी सिंह ने मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित किया था। इस सभा में हजारों की भीड़ थी, लेकिन मतदान के बाद हार-जीत में प्रीतम लोधी का नाम सामने आ रहा है। पांचों विधानसभाओं को लेकर प्रत्याशियों के समर्थक सोशल मीडिया पर अपने-अपने समर्थकों का जिताने की बात कह रहे हैं, लेकिन गली, मोहल्ले, चौराहे सहित चाय, पान की दुकानों पर जो चर्चा हो रही है वही चर्चा प्रत्याशियों की जीत तय करेगी।
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