अतिवर्षा एवं बाढ़ की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए जिले की विस्तृत कार्ययोजना बनाकर प्रभावी अमल किया जाए संभागीय आयुक्त डॉ. खाड़े ने संभाग...
अतिवर्षा एवं बाढ़ की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए जिले की विस्तृत कार्ययोजना बनाकर प्रभावी अमल किया जाए
संभागीय आयुक्त डॉ. खाड़े ने संभाग के जिला कलेक्टरों को गूगल मीट के माध्यम से बैठक लेकर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
ग्वालियर / बरसात एवं अतिवर्षा के कारण उत्पन्न होने वाली स्थितियों से निपटने के लिए सभी जिला कलेक्टर अपने-अपने जिले की विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर अभी से कार्रवाई सुनिश्चित करें। बरसात के दौरान जिले में स्थित नदी, तालाबों, नालों और ऐसे पुल-पुलियों जहाँ पर बरसात का पानी एकत्र होता है। वहाँ पर सभी व्यवस्थायें समय रहते पूर्ण करें। संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने सोमवार को गूगल मीट के माध्यम से ग्वालियर संभाग के सभी जिला कलेक्टरों और संबंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने सभी जिला कलेक्टरों से कहा है कि बरसात के दौरान नदियों और तालाबों के वाटर लेवल की रियल टाईम रिपोर्ट भी जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के साथ-साथ जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और संभागीय कंट्रोल रूम को भी अनिवार्यत: उपलब्ध कराई जाए। बरसात के दौरान आपात स्थिति से निपटने के लिये एनडीआरएफ एवं सेना के अधिकारियों के साथ अभी से संपर्क स्थापित कर एक-दूसरे के नम्बर भी साझा किए जाएँ। इसके साथ ही आपात स्थिति में अस्थायी कैम्प, आवश्यक दवाएँ, पेयजल और पर्याप्त खाद्य सामग्री के भण्डारण की व्यवस्था शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही कुँए, बावड़ी और हैण्डपम्पों में बरसात के दौरान पानी दूषित न हो, इसके लिये स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से जल शुद्धिकरण की व्यवस्था भी की जाए।
संभागीय आयुक्त डॉ. खाड़े ने सभी जिला कलेक्टरों से कहा है कि वे अपने-अपने जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित कर 24X7 संचालन की व्यवस्था करें और निरंतर मॉनीटरिंग भी करें।
जिला कलेक्टर ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर और दतिया ने अपने-अपने जिलों में अतिवर्षा और बाढ़ से निपटने के लिये किए गए प्रबंधनों के संबंध में जानकारी दी।
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