रिजर्व फॉरेस्ट की डॉक्सल,कोलू घाट व चौखट खदान पर नहीं थम रहा अवैध खनन का सिलसिला, ।। पॉइंट नम्बर 1 - जिम्मेदार के फोन पर प्रतिक्रिया न देन...
रिजर्व फॉरेस्ट की डॉक्सल,कोलू घाट व चौखट खदान पर नहीं थम रहा अवैध खनन का सिलसिला, ।।
पॉइंट नम्बर 1 - जिम्मेदार के फोन पर प्रतिक्रिया न देना सहभागिता के संकेत,।।
पॉइंट नम्बर 2 - वन विभाग के जिम्मेदार की सहभागिता होने लगी उजागर,।।
पॉइंट नम्बर 3 - कुछ दिन पूर्व ही, फॉरेस्ट अधिकारियों ने , जेसीबी की मदद से माफियाओं के हौसलों किए थे ध्वज, ।
पॉइंट नम्बर 4 - फिर अवैध खनन कर परिवाहन जारी इसे चुनौती समझे या, जिम्मेदारों की सहभागिता,।
पॉइंट नम्बर 5 - मायापुर पुलिस व वन विभाग की ओर से बड़ी मशीनरी के साथ अवैध खनन पर कब होगी कार्यवाही समझ से परे,।
पॉइंट नम्बर 6 :- हर दिन थाना परिसर व चौकी एवं परिक्षेत्र के सामने से बिना रॉयल्टी अवैध फारसी, मु्द्दी, पत्थर, रेत आदि के वाहन फर्राटे भर रहे इन्हें किसी का रत्ती बराबर भय नही मानो, खेल ऊंचे स्तर से बखूबी जारी हो,।।
फरहान काजी रन्नौद :- शासन प्रशासन के लोग भले ही लाख कसीदे अवैध खनन पर लगाम लगाने के कसते हो लेकिन जिम्मेदारों के नाक के नीचे से हर दिन अवैध खनन जारी रहना जिम्मेदार पर हर दिन सवालिया निशान खड़े कर रहा है, लेकिन जिम्मेदार है कि कार्यवाही करेंगे यह बात कह कर बात खत्म कर माफियाओं के हौसलों को बड़ा देते हैं, जब बात वरिष्ठ अधिकारियों के सामने पहुंचती है तो ,अधिकारी भी जांच करने पहुंच जाते हैं, ओर छुट मुठ कार्यवाही कर मामले से इति श्री दर्ज कर लेते हैं, ज्यादा हो तो अवैध खनन करने वालों के हौसलों को ध्वज करने के उद्देश्य से, अवैध फारसी व रेत के अवैध खनन को जमीन में मिला कर नष्ट कर देते हैं इतना ही नही आने जाने वाले रास्तों को काफी फिट गहरा कर इतनी ही कार्यवाही पर वाहवाही लूटने से नहीं चूकते हैं शासन प्रशासन के जिम्मेदार ,।।
बॉक्स नम्बर 1 :- अब बात आती है कि वन भूमि व अन्य क्षेत्र में संचालित खदानों पर कार्यवाही की तो जिम्मेदार महकमा मीडिया की खबरों से हरकत में आकर, जांच करा लेते हैं - कार्यवाही करेंगे या यूं जवाब मिलता है, कही कोई अवैध खनन नही चल रहा है, बाकी जब खबरों का प्रकाशन होता है तब जाकर जिम्मेदार हरकत में आते हैं , उसके बाद जांच पर जांच, ओर शासन की नजर में साफ बनने के लिए, छोटी मोटी कार्यवाही कर , बात को दबाने का प्रयास किया जाता है, मानो कुछ शासन के अधिकारियों के नाक के नीचे बहुत कुछ गुल खिल रहा है,।
बॉक्स नम्बर 2 :- पाठकों को हम, खबरों के अंत में बता दे कि, वन विभाग की अनदेखी या यूं कहे वन विभाग की मिली भगत से, वन भूमि में स्थित खदानों में इन दिनों बेजा अवैध खनन किया जा रहा है, यह हम नहीं कह रहे है यह कैमरों में कैद फोटो वीडियो खुद प्रमाण देवर बता रहे हे कि, पिछोर परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सब रेंज राजापुर के वन भूमि में इन दिनों जमकर अवैध खनन जारी है, जिम्मेदार है कि, केवल पत्थर फारसी फोड़ने तक सीमित है कोई बड़ी कार्यवाही आज तक न तो पुलिस विभाग ने करी न वन विभाग की कार्यवाही, परन्तु हर दिन सवाल दर सवाल खड़े होते हैं लेकिन उनके कानों में तो मानो अब जूह तक नही रेंगती हो तभी तो वन क्षेत्र तो छोड़ो माफिया रिजर्व फॉरेस्ट में भी अपने मंसूबों को कामयाब कर रहे हैं, ओर जिले के वन मंडल अधिकारी व पिछोर परिक्षेत्र में बैठे जिम्मेदार अपनी कुर्सी पर जमे हैं,।।
बॉक्स नम्बर 3 :- हालांकि पाठकों को ज्ञात करा दे कि, पूर्व में मीडिया में 26 जनवरी के अंक में खबर प्रकाशन की गई थी कि, वन भूमि की रिजर्व फॉरेस्ट चौखट खदान में जमकर खनन जारी है बेखौफ होकर माफियाओं के द्वारा टेक्टरों, ट्रक ,बैलगाड़ी आदि वाहनों से अवैध खनन कर फारसी , मुद्दियां आदि का परिवहन जारी है इनको रोकने टोकने, के लिए कोई भी हाथ पैर नही मार रहा है कही न कहीं मायापुर पुलिस व वन महकमे के जिम्मेदारों को इनका हफ्ता महीना आदि गिफ्ट के रूप में अनुदान के रूप में या किसी न किसी भेंट के रूप में , अब मानो सब कुछ पहुंच रहा हो, तभी तो पिछले लंबे समय से न तो फॉरेस्ट विभाग के जिम्मेदारों ने कोई कार्यवाही की न ही , पुलिस विभाग की ओर से कुछ कार्यवाही हुई , अब गोर करने वाली बात यह होगी कि, रात के उजाले में अवैध खनन व परिवाहन जारी है लेकिन इन दिनों - दिनों में भी बिना रोक टोक के अवैध खनन कर परिवाहन का खेल बदस्तूर जारी है, देखना यह होगा कि जिम्मेदार क्या कुछ बड़ी कार्यवाही को अंजाम देंगे या फिर , यू कहें इन माफियाओं को अपने मंसूबों में कामयाब होने , बेखौफ अंदाज में अवैध खनन करने खुला संरक्षण मिलता रहेगा देखना बकाई दिलचस्व होगा.।।
यहां एक बात यह भी बताना होगी कि, राजपुर क्षेत्र में खदानों में से निकलने वाले पत्थर , फारसी मु्द्दी, आदि परिवहन के लिए रॉयल्टी न मिलने के कारण से अवैध खनन का खेल दिन प्रति दिन बढ़ रहा है, जिससे शासन को हर दिन लाखों रूपये की हानि भी पहुंच रही है, अब उक्त राजस्व की राशि शासन को पहुंचने में देरी के चलते शासन के जिम्मेदार की जेब में जा रही होगी, अब आगे क्या ही कहना उचित होगा वह तो पाठक अंदाजा लगा लेंगे,।।
बॉक्स विशेष :- एक व्यक्ति ने अपनी फोटो व नाम न प्रकाशन होने की शर्त पर बताया कि, वन विभाग की मिली भगत से , राजापुर की चौखट खदान में काम जारी हे, पूर्व में कार्यवाही हुई तो क्या हुआ अधिकारी के सहयोग से काम चल रहा है और हमारी रोजी रोटी चल रही है , जब तक काम चल रहा है ,ठीक बंद होगा तो ओर कुछ देख लेंगे वैसे अवैध खनन बंद होने वाला तो नही है अधिकारियों को हिसाब जो किया जाता है, हालांकि उक्त दो व्यक्ति में से एक व्यक्ति ने नाम तक बताए हैं किन किन को कितना हमारे सेठ जी द्वारा पहुंचाया जा रहा है वह बात पर्दे के भीतर ही रहने में अच्छा है क्योंकि पाठकों व सूत्रों की मजबूती से हम आपको खबरों में हमेशा स्पेशल ख़बर पढ़ने का काम करते हैं विश्वास बहुत गहरा संबंध होता है वह हमेशा बना रहेगा यह सूत्रों व विशेष पाठकों को भरोसा दिलाया जाता है,।।
इन रिजर्व फॉरेस्ट क्षेत्र में जारी है अवैध खनन का खेल :- राजापुर वन चौकी के पीछे डॉक्सल खदान,कोलू घाट, चौखट खदान,आदि रेंज में चल रहा बड़े पैमाने पर अवैध खनन,जिम्मेदार के उदासीन रवैया जग जाहिर है,।।
इनका कहना है, नीतू अहिरवार टीआइ थाना मायापुर, राजापुर क्षेत्र की खदानों से अवैध खनन कर परिवहन करने वाले पर हमारी ओर से लगातार कार्यवाही जारी है, 10 पहले ही अवैध पट्टियों से भरे टैक्टर ट्राली को जप्त करने की कार्यवाही की है, हमारे द्वारा इन माफियाओं को कोई संरक्षण नही दिया जा रहा है, थाना के आगे से वाहन निकलते हैं जांच करने के बाद बेध कागजात रॉयल्टी आदि न होने पर कार्यवाही होती है ।।
इनका कहना है, अनुराग तिवारी रेंजर पिछोर , टीम बना कर फिर से कार्यवाही करेंगे, अभी में बहार हु, माफिया बोल रहे हे कि सेटिंग से खदान चल रही है, यह सब झूठ है,।
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